रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए सहायता कटौती के बाद अल-अजहर ने उन के लिए मानवीय अलम्ये की चेतावनी दी।
इकना के अनुसार, सेदी अल-बलद की वेबसाइट का हवाला देते हुए, अल-अजहर काउंटर-एक्सट्रीमिज्म ऑब्जर्वेटरी ने ऐसे समाचार के प्रकाशन की घोषणा की है, जिसके आधार पर संयुक्त राष्ट्र खुराक कार्यक्रम की इरादा है कि अगले मार्च से कॉक्स बाजार (बांग्लादेश) में रोहिंग्या शरणार्थियों को खुराक सहायता कम करदे।
इन खबरों के आधार पर, संयुक्त राष्ट्र के खुराक कार्यक्रम ने रोहिंग्या विस्थापित मुसलमानों को दी जाने वाली सहायता को 12 डॉलर प्रति व्यक्ति से घटाकर 10 डॉलर करने की योजना बनाई है, ताकि इस तरह इस संस्था को दी जाने वाली सहायता से संबंधित लगभग 125 मिलियन डॉलर के घाटे की भरपाई है सके।
जबकि संयुक्त राष्ट्र के एक स्वतंत्र स्पेशलिस्ट ने बांग्लादेश में कैंपों में रहने वाले रोहिंग्या परिवारों पर सहायता कटौती के बुरे असरात की चेतावनी दी थी।
इस संबंध में अल-अजहर में कट्टरता विरोधी निगरां कमेटी ने दुनिया के विभिन्न देशों को मानवीय अनुरोध पेश करते हुए उन्हें लगभग दस लाख विस्थापित रोहिंग्या नागरिकों से संबंधित संकट की याद दिलाई है; जो करीब 6 साल से हर तरह के धार्मिक और जातीय उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं।
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